नई दिल्ली। बुधवार को जहां दिल्ली में कोरोना के कुल मामलों ने 5 लाख का आंकड़ा पार किया वहीं उसी दिन पिछले 24 घंटो का कोरोना से मौतों का आंकड़ा 131 रहा। ये अब तक का दिल्ली में 24 घंटो में मौतों का सबसे ऊंचा आंकड़ा है। बुधवार को पिछले 24 घंटो में 5 लाख में से फ्रेश केसेस 7,486 रहे। इससे पहले 24 घंटो में सबसे ज्यादा मौतों का आंकड़ा 104 था, और ये 12 नवंबर को था।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि जैसे – जैसे कोविड – 19 के मरीज़ बढ़ रहे हैं उसी के साथ मौतें भी बढ़ रही हैं। सिर्फ 15 दिन में दिल्ली में आखिरी के 1 लाख मामले बढ़े हैं। सभी शहरों की स्थिति देखी जाए तो दिल्ली की स्थिति काफी ख़राब है। मुंबई की अगर बात करे तो, मुंबई की आबादी भी दिल्ली जितनी ही है, और वहां के अभी तक के कोरोना मामले 2.7 लाख हैं। दिल्ली की तुलना में मुंबई में अभी तक 10,615 मौतें हुई हैं जबकि दिल्ली में कुल 7,943 मौतें हुई हैं।
सभी राज्य और केन्द्र शासित प्रदेशों में से महाराष्ट्र में अभी तक सबसे ज्यादा 16.3 लाख कोविड मामले सामने आए हैं। आंध्र प्रदेश में 8.6 लाख, कर्नाटक में 8.3 लाख, तमिल नाडू में 7.4 लाख, केरल में 5.4 लाख और उत्तर प्रदेश में 5.2 लाख कुल मामले रिकॉर्ड किए गए हैं। दिल्ली 5 लाख कोविड मामले पार करने वाला सातवां प्रदेश है।
दिल्ली में बढ़ते कोरोना मामलों से स्वास्थ्य का बुनियादी ढांचा कमज़ोर पड़ रहा है साथ ही काफी मरीजों को बेड नहीं मिल पा रहे हैं।
Delhi corona app के अनुसार, जो दिल्ली में बेड की उपलब्धि का लाइव अपडेट प्रदान करती है, उसके अनुसार दिल्ली में इस समय 92% आईसीयू बेड वेंटीलेटर सपोर्ट के साथ और 82% आईसीयू बेड वेंटीलेटर सपोर्ट के बगैर, काम में लगे हुए हैं।
दिल्ली के कई बड़े हॉस्पिटल की बात करे तो, जैसे गुरु तेग बहादुर, अपोलो, दीन दयाल उपाध्याय, मैक्स, बीएलके और मणिपाल इनमे आईसीयू बेड उपलब्ध ही नहीं हैं। टॉप प्राइवेट हॉस्पिटल के एक सीनियर डॉक्टर का कहना है कि “हमें लगातार आईसीयू बेड के निवेदन मिल रहे हैं, लेकिन अभी बेड उपस्थित नहीं हैं।” दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जीटीबी हॉस्पिटल में कोरोना तत्परता की समीक्षा के लिए विजिट किया और साथ ही हॉस्पिटल के प्रबन्धन से आईसीयू बेड की ज़रूरत और अन्य सुविधाओं के बारे में भी विचार – विमर्श किया। बुधवार को कहा गया की दिल्ली सरकार द्वारा, आने वाले कुछ दिनों में 663 आईसीयू बेड्स सारे हॉस्पिटल में उपलब्ध कराए जायेंगे।
ये भी कहा गया है कि, इसके अतिरिक्त केन्द्र के साथ भी 750 आईसीयू बेड उपलब्ध कराए जायेंगे, तो लगभग 1400 आईसीयू बेड्स आने वाले कुछ दिनों में दिल्ली के हॉस्पिटल में बढ़ाए जायेंगे।
इस समय कोविड – 19 अपने शिखर पर माना जा रहा है साथ ही कहा जा रहा है कि जून और सितम्बर की तुलना में ये कोरोना की तीसरी लहर है। ये भी देखा जा रहा है और एक्सपर्ट्स का भी कहना है कि जिन लोगों को मधुमेह और मोटापे जैसी बीमारियां हैं उनकी कोरोना के कारण मौतें ज्यादा हो रही हैं। अधिकारियों का ये भी कहना है कि टेस्टिंग बढ़ चुकी हैं जिससे और ज़्यादा मामले सामने आए रहे हैं। बीते 24 घंटो में दिल्ली में 62,232 लोगों के कोरोना टेस्ट हुए हैं जिनमें से 7,486 पॉजिटिव पता चले हैं।
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