हिंदुओं की आस्था के सबसे हम प्रतीकों में से एक है केदारनाथ। केदारनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए समय-समय पर खोले जाते हैं। कई बार इन्हें बंद भी किया जाता है। हिंदू धर्म में इस धाम का अलग ही महत्व है।
केदारनाथ उत्तराखंड में स्थित एक पावन स्थल है।
बर्फबारी और बारिश के कारण इसके कपाट बंद कर दिए गए हैं। वैदिक उच्चारण के साथ और परंपरा के मुताबिक केदारनाथ के कपाट 6 महीनों के लिए बंद कर दिए गए हैं।
कई श्रद्धालुओं ने किए दर्शन
तड़के 3:00 बजे मंदिर खोला गया। इसके बाद केदारनाथ बाबा के श्रद्धालुओं ने दर्शन किए शिव शंकर लिंग (मुख्य पुजारी) ने बाबा की समाधि पूजा संपन्न की। तत्पश्चात 6:30 भैरव नाथ भगवान को साक्षी मानकर गर्भगृह को बंद किया गया।
इसके साथ ही सुबह 8:30 बजे मुख्य द्वार और सभा मंडप को बंद किया गया। बाबा केदार आगामी 6 महीनों के लिए ओमकारेश्वर मंदिर उखीमठ में श्रद्धालुओं को दर्शन देंगे।
इस वर्ष कुल 1 लाख 35 हज़ार 23 श्रद्धालुओं ने यात्रा कर केदारनाथ धाम में दर्शन किए हैं। जयघोष के साथ बाबा की डोली ने प्रथम पड़ाव यानी रामपुर के लिए प्रस्थान किया।
मुख्यमंत्री रावत ने की मंगल कामना
- कपाट बंद होने के मुहूर्त पर बर्फबारी हुई।
- इसे शुभ मानते हुए उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत धाम पहुंचे थे।
- इस अवसर पर उन्होंने पूरे प्रदेश वासियों के सुख-समृद्धि की कामना की।
- अपनी बातों को रखते हुए उन्होंने कहा कि जल्द ही केदारनाथ एक नए स्वरूप में देश और दुनिया के श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र बनेगा।
- यहां आने वाले मार्गों के सुदृढ़ीकरण पर ध्यान दिया जा रहा है।
- केदारनाथ धाम में अवस्थापना सुविधाओं के विकास पर भी काम चल रहा है।
- पीएम नरेंद्र मोदी की तरफ से यहां संचालित हर कार्य का निरंतर अनुश्रवण किया जा रहा है।
- निर्माण कार्य में पौराणिक स्थानीय एवं आध्यात्मिक महत्व को संजोए रखने के लिए स्थानीय कला को बढ़ावा दिया जा रहा है।
- पुनः निर्माण कार्य के साथ-साथ निकटवर्ती आध्यात्मिक स्थलों को भी इससे जोड़ने का प्रस्ताव है।
बेहद खुश दिखे सीएम योगी
उत्तर प्रदेश राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ केदारनाथ धाम पहुंचे थे। कपाट बंद होने के अवसर पर हुए बर्फबारी से वह गदगद दिखे। उन्होंने बताया कि बाबा केदारनाथ के चरणों के दर्शन का सौभाग्य उन्हें 12 वर्ष बाद प्राप्त हुआ है।
2013 में एक भीषण त्रासदी ने केदारनाथ को बुरी तरह प्रभावित किया था। इसके बाद पीएम मोदी के भजन और मुख्यमंत्री रावत के नेतृत्व में धाम का कार्य युद्ध स्तर पर संचालित किया जा रहा है।
प्रेरणा मिलती है
बाबा केदारनाथ को नमन करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पौराणिक महत्व के इस केंद्र का सुनियोजित ढंग से किया जा रहा पुनर्निर्माण निश्चित तौर से श्रद्धालुओं के विश्वास बहाली में मददगार है। इस धाम से करोड़ों लोगों की आस्था जुड़ी है।
यही आस्था भारत की अस्मिता, भारत के सांस्कृतिक केंद्र भारत को भारत बनाता है। उन्हें दर्शनों की प्रेरणा बाबा केदार से पूजा के समय मिलती रही है।
नहीं रहा कोई विवाद



मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड राज्य की परिसंपत्तियों के विवाद पर कहा कि अब किसी तरह का कोई विवाद दोनों राज्यों में नहीं है। दूसरी ओर अलकनंदा अतिथिगृह हरिद्वार के विषय पर उन्होंने कहा कि उच्च न्यायालय में यह मामला लंबित रहा।
इस मामले को आपसी सहमति के साथ उत्तराखंड सरकार को दिए जाने पर सहमति जताई गई है। यहीं पर एक दूसरा अतिथिगृह बनाया गया है, जिस पर स्वामित्व यूपी सरकार का होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उन्होंने पुनर्निर्माण कार्यो को लेकर सरहाना की।
उन्होंने कहा कि उनके कुशल मार्गदर्शन मैं उत्तराखंड सरकार की ओर से केदारनाथ में बेहतर से बेहतर कार्य किए जा रहे हैं।
सीएम रावत ने किया नृत्य
रविवार की शाम केदारनाथ के मंदिर में पूजा-अर्चना हुई। इसके बाद आर्मी की बैंड की धुनों में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने नृत्य किया।
इस मौके पर सीएम योगी आदित्यनाथ तालियां बजाते रहे। मंदिर परिसर में दोनों सीएम करीब आधे घंटे तक रहे।
केदारनाथ की डोली शीतकालीन गद्दी स्थल के लिए भारी बर्फबारी में ही रवाना हुई।
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https://www.liveakhbar.in/2020/11/nitish-kumar-cm-oath-ceremony.html
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