Live Akhbar Desk-Tanisha Jain
आज होने जा रहा है ट्रंप और जो वाइन की किस्मत का फैसला, डाले जा रहे वोट हैं वह अगला राष्ट्रपति चुनने के लिए।अनुमान लगाया गया है कि पिछले 100 सालों में सबसे ज्यादा वोटिंग प्रतिशत का बन सकता है रिकॉर्ड इस बार के चुनाव में 10 करोड से ज्यादा लोग डाल चुके हैं वोट।
अमेरिकी चुनाव को छोटा चुनाव नहीं है इस वक्त पूरी दुनिया की नजर इस चुनाव पर टिकी हुई है कौन होगा अगला राष्ट्रपति। क्या राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप फिर से संभालेंगे दुनिया के सबसे ताकतवर मुल्क की कमान या फिर जो वाइडन को मिलेगा जनता का सपोर्ट इसका पता आज चल जाएगा।पिछले कई दशकों में सबसे ज्यादा दिलचस्प इस साल के अमेरिकी चुनाव रहे हैं।
अमेरिका का इस बार का राष्ट्रपति चुनाव मैं तीखे हमले भी हुए हैं और कड़वाहट भरा प्रचार भी नजर आया। आज वो घड़ी आ गई है जब पता चलेगा कि अमेरिका की जनता ने किसे अपना मुखिया बनाया है। दोनों उम्मीदवारों ने अपनी तरफ से एड़ी चोटी का जोर लगाया है।खास तौर पर बात सिंह स्टेट्स की करें तो स्विंग स्टेट में रैली और प्रचार में कोई भी कमी नजर नहीं आई। राष्ट्रपति ट्रंप और उपराष्ट्रपति माइक पेंशन ने स्विंग स्टेट्स कहलाने वाले मिशीगन के ग्रैंड रेपिड्स मैं वोटरों को अपनी और लाने की कोशिश की और कहा 4 साल पहले की तरह फिर से उनकी पार्टी सत्ता में वापस आएगी।
दूसरी ओर नजर फेर है तो डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जो वार्डन भी अपना पूरा जोर लगा रहे हैं उन्होंने भी दूसरे स्विंग स्टेट्स पेंसिलवेनिया में जोर-शोर से अपनी पार्टी का प्रचार किया उन्होंने कहा कि हम पूरे अमेरिका के साथ मिलकर महामारी पर नकेल कसेगे।
बताया जा रहा है कि इस बार के चुनाव का निर्णय बैटलग्राउंड स्टेट ही करेंगे जैसे कि मिशीगन, पेंसिलवेनिया फ्लोरिडा, विस्कंसिल , टैक्सेस इन राज्यों के पास है सत्ता की चाबी। पिछले राष्ट्रपति चुनाव में इन राज्यों में ट्रंप का विक्ट्री मार्जिन 1% से भी कम रहा । इससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि इन जगहों पर बाजी पलटने में जो बाइडेन को ज्यादा देरी नहीं लगेगी।इन स्विंग स्टेट में लगातार दौरे पर दौरे हो रहे हैं इन स्टेट्स में काफी पैसा भी लगाया गया है प्रचार के दौरान।
इस बार के चुनाव काफी दिलचस्प है और अब तकरीबन 10 करोड़ लोग बैलेट से मतदान कर चुके हैं। ऐसा भी हो सकता है कि अमेरिका में सबसे ज्यादा वोट जिस कैंडिडेट को मिले वह कैंडिडेट चुनाव हार जाए क्योंकि वहां राष्ट्रपति का चयन सीधे वोटर नहीं करते बल्कि इलेक्टोरल कॉलेज करता है।यहां पर कॉलेज का मतलब यह है कि लोगों या फिर इलेक्टोरल का समूह जिनके पास अमेरिकी राष्ट्रपति चुनने की जिम्मेदारी होती है।
अमेरिका के वोट डाल रहे लोग सीधे राष्ट्रपति के लिए नहीं बल्कि इलेक्टोरल कॉलेज के लिए वोट डालते हैं। हर राज्य के इलेक्टोरल की संख्या राज्य की आबादी को देखकर निश्चित की जाती है।इसका तात्पर्य है कि कुछ राज्यों की अहमियत बहुत ज्यादा है। कुल इलेक्टोरल की संख्या 538 है जिनमें से हर एक के पास एक इलेक्टोरल वोट होता है बहुमत के लिए किसी भी कैंडिडेट को 270 या इससे ज्यादा वोट हासिल करने होते हैं।
अब जानते हैं नतीजे कुछ जगहों से :-
ट्रंप ने अब तक 210 इलेक्टोरल वोट जीते और जो वाइडन ने 237 , अमेरिका में 270 इलेक्टोरल वोट है बहुमत का आंकड़ा।
- न्यूयॉर्क में वाइडन की जीत , 29 इलेक्टोरल वोट
- वर्जीनिया मैं वाइडन की जीत, 13 इलेक्टोरल वोट
- मासाचुसेट्स मैं वाइडन की जीत, 12 इलेक्टोरल वोट
- कैलिफ़ोर्निया मैं भी वाइडन की जीत 56 इलेक्टोरल वोट
- ओहायो से ट्रंप की जीत 18 इलेक्टोरल वोट
- टैक्सेस से ट्रंप की जीत 38 इलेक्टोरल वोट
- इंडियाना से ट्रंप की जीत 11 इलेक्टोरल वोट
- फ्लोरिडा मैन ट्रंप की जीत
- नॉर्थ डकोटा, साउथ डकोटा में ट्रंप की जीत
- मिसूरी और वायोमिंग में ट्रंप की जीत
इस वक्त जो वाइडन क्रम से आगे चल रहे हैं, दोनों के बीच कांटे की टक्कर नजर आ रही है।अंदाजा लगाना मुश्किल है कि कौन होगा अमेरिका का अगला राष्ट्रपति।
