Live Akhbar Desk-Garima
अक्टूबर में ब्लू मून जैसे खगोलीय घटना के बाद इस साल नवंबर महीने में वर 2020 का आखरी चंद्र ग्रहण लगेगा। यह खगोलीय घटना विज्ञान के नजर में तो सामान्य है किंतु जो लोग ज्योतिषी में विश्वास करते हैं वह इसे अशुभ मानते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि ज्योतिष शास्त्र में चंद्र ग्रहण को एक अशुभ समय के तर्ज पर देखा जाता है और पूजा पाठ एवं भोजन करना भी वर्जित माना गया है।
चंद्र ग्रहण की समय-सीमा: यह चंद्रग्रहण आने वाले नवंबर के महीने में 30 तारीख को दिखेगा इसकी अवधि 4 घंटे 21 मिनट की होगी या नहीं या दोपहर के 1 बजकर 02 मिनट से शुरू होगा और शाम में 5 बजकर 23 मिनट तक रहेगा। साथ ही यह इस वर्ष का चौथा चंद्र ग्रहण होगा।
सूतक काल: मान्यता के अनुसार इस दौरान सूतक काल का खास महत्व होता है किंतु इस बार सूतक काल को महत्ता नहीं देना होगा ऐसा इसलिए क्योंकि यह एक उपचाया चंद्रग्रहण है इसलिए इस बार यह कहना है कि सूतक काले मान्य नहीं होगा। यह खगोलीय घटना भारत समेत कई जगहों पर भी देखने को मिलेगा जैसे अमेरिका,ऑस्ट्रेलिया, प्रशांत महासागर और एशिया में भी इसे देख सकते हैं।
वृषभ राशि पर असर: यूं तो चंद्रग्रहण सभी राशियों को प्रभावित करता है लेकिन इस बार यह ग्रहण वृष राशि में लगने जा रहा है जिसकी वजह से वृषभ राशि पर इसका असर ज्यादा दिखाई देगा। उपच्छाया ग्रहण होने के चलते इससे अधिक प्रभाव नहीं पड़ेगा लेकिन इसके बावजूद कई मामलों में सावधानियां रखना रखने की हिदायतें दी गई हैं। जो वृष राशि के हैं वह खास तौर पर ध्यान रखें कि मानसिक तनाव से बचें और खुश रहने का प्रयास करें। साथ ही साथ अन्य लोगों से संबंध ना बिगाड़ने और मीठी वाणी बोलने का प्रयास करें।
क्या है चंद्र ग्रहण: चंद्रग्रहण उस खगोलीय स्थिति को कहा जाता है जब चांद पृथ्वी के ठीक पीछे उसकी परछाया में आ जाता है। इसका कारण यह होता है कि सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा लगभग एक सीधी रेखा में आ जाते हैं। इसे देखने के लिए सूर्य ग्रहण की तरह किसी खास उपकरण की जरूरत नहीं पड़ती है।
उपच्छाया चंद्र ग्रहण: यह चंद्र ग्रहण कब लगता है जब चंद्रमा धरती के वास्तविक छाया में ना आकर उसकी उपच्छाया से ही वापस लौट जाता है। इसमें चांद के आकार को कोई अंतर पड़ता है। अंग्रेजी में से पेन्यूम्ब्रल मून एक्लिप्स कहते हैं।
More Stories
Delhi High Court : शादी के वादे पर सेक्स हमेशा नहीं होता बलात्कार
2021 में छात्रों के लिए बड़ी राहत,साल में 4 बार होगी JEE Mains की परीक्षा
नागरिकता पाना था अंतिम इच्छा,104 वर्षीय चंद्रधर दास अब नहीं रहे