Garima- Liveakhbar Desk
करीब 2 हफ्ते पहले कुछ दरिंदों ने एक 19 वर्षीय युवती के साथ दुष्कर्म कर उसे मार डालने की कोशिश की थी। इस घटना को चार लोगों ने अंजाम दिया था जो फिलहाल गिरफ्त में है।इस मामले में यूपी सरकार ने सीबीआई जांच के आदेश दिए हैं और इसके पहले एसआईटी का गठन किया गया था। इस बर्बरता के खिलाफ देशभर में प्रदर्शन हो रहे हैं और न्याय का इंतजार हर किसी को है।
15 दिन बाद मौत:
पीड़िता आख़िर मौत से हार गई और दुष्कर्म की 15 दिनों बाद ही सुबह 3:00 बजे तड़के उसकी मौत हो गई। आरोपियों ने उसे मरा हुआ समझकर वहीं छोड़ दिया था किंतु वह मरी नहीं थी। इस घटना के बाद उसे जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। हालत बिगड़ने लगी तो उसे सफदरजंग हॉस्पिटल ले जाया गया जहां उसने अगले दिन ही दम तोड़ दिया। उसी युवती की जुबान भी काट दी गई थी और रीढ़ की हड्डी तोड़ दी, जिससे इस गहरी चोट की वजह से उसे लकवा भी हो गया।
मर्ज़ी के खिलाफ अंतिम संस्कार:
लड़की के शव को पुलिस ने जबरन रात में ही जला दिया। इसमें गांव का कोई सदस्य मौजूद नहीं था। परिवार वालों की कहने के बावजूद पुलिस ने उनकी एक न सुनी। एंबुलेंस जब शव को लेकर गांव पहुंची तो पीड़िता की मां अपनी बेटी का चेहरा तक नहीं देख पाई। परिवार जनों व पुलिस के अधिकारियों के बीच धक्का-मुक्की भी हुई। लड़की की मां अपनी बेटी को हल्दी लगा अंतिम संस्कार करना चाहती थी लेकिन वहां मौजूद यूपी पुलिस ने उन सभी को घरों में कैद कर रखा था।
राहुल गांधी को रोका:
जहां जबरन अंतिम संस्कार पीड़िता की मौत के खिलाफ देशभर में प्रदर्शन हो रहे थे उसी बीच गुरुवार को पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी उस युवती के परिवार से मिलने जा रहे थे लेकिन उन्हें रोक दिया गया। उनके काफिले में ढाई सौ गाड़ियां शामिल थीं। राहुल गांधी का कहना है कि उन्हें धकेल कर गिरा दिया गया और डंडे बरसाए। प्रियंका-राहुल गांधी को हिरासत में लिया गया किंतु उन्हें छोड़ दिया गया था।
डीएनडी पर कांग्रेस का प्रदर्शन:
शनिवार को और राहुल गांधी अपने 35 समर्थकों के साथ हाथरस के लिए रवाना हुए। साथ ही डीएनडी पर कांग्रेस ने प्रदर्शन किया और उनमें आक्रोश दिखा। हाथरस पहुंचने के बाद पीड़िता के परिवार से राहुल व प्रियंका गांधी ने बंद कमरे के साथ बात की जिससे विवाद खड़ा हो गया।
होगी सीबीआई जांच: हाथरस में सामूहिक दुष्कर्म के मामले की सीबीआई जांच के आदेश यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा दे दी गई है। परिवार की भी यही मांग थी। 19 वर्षीय युवती के परिवार को इंसाफ का इंतजार है।
देश की जनता भी हाथरस मामले में इंसाफ की मांग रखती है और साथ ही इस दुष्कर्म मामले की निष्पक्ष रुप से तहकीकात करने की अपील भी कर रही है।

