लॉस एंजिल्स के एक समलैंगिक जोड़े ने सफलतापूर्वक स्वस्थ 8.2-पाउंड बच्चे को जन्म दिया, जो कि इतिहास में पहली बार हुआ है।
LGBTQ समुदाय ने दुनिया भर में खुले हाथों से इस खबर को अपनाया जब उन्हें दो गे कपल्स की रेक्टल जन्म देने की खबर मिली। इससे क्रांतिकारी चिकित्सा प्रक्रिया लाखों ऐसे LGBTQ जोड़ो को एक बच्चे की खुशी दे सकता है, जो कि एक बहुत ही बड़ी बात है।
37 वर्षीय जेम्स बेंट ने अपनी बहन, लीला बेंट, ने अपने भाई को अपनी ओवरीज दान में दी। उसी ओवरी को सर्जरी के माध्यम से जेम्स के रेक्टल से उसे अंदर डाला गया।
दुनिया की ऐसी खुशी और कहाँ?
जेम्स बेंट ने खुशी के आंसुओं मे संवाददाताओं से कहा, “मैं अपनी बहन के प्रति और भगवान के प्रति आभारी हूं। इस प्राकृतिक जन्म को न केवल हमारे लिए बल्कि लाखों पुरुष समान लिंग वाले जोड़ों के लिए एक वास्तविकता है।”
अब समान लिंग कपल्स को भी मिलेगी बच्चो की खुशी
दुनिया का पहला सफल रेक्टल-ओवरी ट्रांसप्लांट लॉस एंजिल्स में कैलिफोर्निया हॉस्पिटल मेडिकल सेंटर के सर्जरी विभाग में डॉ पीटर क्रस्नावस्ती की देखरेख में किया गया।
“यह चिकित्सा प्रक्रिया न केवल पुरुष समान-सेक्स जोड़ों के लिए उपयोगी होगी, बल्कि विषमलैंगिक जोड़ों के लिए भी उपयोगी होगी, जहां पुरुष साथी खुद के लिए गर्भावस्था की प्रक्रिया का अनुभव करना चाहते हैं,” डॉ पीटर क्र्सनवासि ने संवाददाताओं से कहा।
जानवरो पर भी की जा सकती है यह सर्जरी
अन्य शोधकर्ताओं का मानना है कि निकट भविष्य में गायों और सूअरों जैसे कुछ जानवरों पर भी रेक्टल-ओवेरियन प्रत्यारोपण किया जा सकता है।
“यह अकल्पनीय नहीं है कि निकट भविष्य में, प्रजनन-चुनौती वाले जोड़े अपने अंडाशय को गायों और सूअरों जैसे जानवरों के मलाशय में प्रत्यारोपित करने में सक्षम होंगे और पूरी तरह से गर्भावस्था प्रक्रिया के व्यर्थ और दर्दनाक परेशानी को बायपास करेंगे,” कैलिफोर्निया के एक शोधकर्ता अस्पताल के मेडिकल सेंटर ने समझाया।
कई विश्लेषकों का मानना है कि डॉ पीटर क्रिसनवास्टी की देखरेख में की गई क्रांतिकारी चिकित्सा प्रक्रिया विश्व प्रसिद्ध सर्जन को चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार दिला सकती है।
