Nag Panchami 2020: आज नाग पंचमी का अवसर है। नाग पंचमी सावन के महीने के पांचवे सोमवार के रूप में मनाया जाता है। इस दिन नाग देव की पूजा होती है। कई सालों से लोग इस दिन सांपो की पूजा करते है और नाग देवता को प्रसन्न करते है। इन दिन सर्पों को दूध पिला कर उनकी पूजा की जाती है। इस दिन वासुकी नाग, तक्षक नाग, शेषनाग आदि की पूजा की जाती है। कई लोग इस दिन घर के बाहार नाग देवता की रंगोली भी बनाते है। इस बार की नाग पंचमी 25 जुलाई यानी आज मनाई जा रही है। जाने सभी तारीखे, पूजा की तिथि आदि-
नाग पंचमी आवश्यक पूजा सामाग्री
-नाग चित्र या मिट्टी की सर्प मूर्ति
– लकड़ी की चौकी
– जल, पुष्प, चंदन, दूध, दही, घी, शहद, चीनी का पंचामृत, लड्डू और मालपुए
– सूत्र, हरिद्रा, चूर्ण, कुमकुम, सिंदूर, बेलपत्र, आभूषण, पुष्प माला, धूप-दीप, ऋतु फल, पान का पत्ता दूध, कुशा, गंध, धान, लावा, गाय का गोबर, घी, खीर और फल आदि।
नाग पंचमी का शुभ मुहूर्त
1.इस बार की नाग पंचमी आज यानी 25 जुलाई की है।
2. इस बार का पूजा मुहूर्त- सुबह 5:39 से लेकर रात 8:22 तक
3. अवधि- 2 घन्टे 44 मिनट
4. पंचमी की शुरुवात- 24 जुलाई, 2020- 2:34 PM से
5. पंचमी का अंत- 25 जुलाई 2020- 12:02 PM तक
नाग पंचमी की पूजा विधि
1.इस दिन सुबह जल्दी उठकर घर की साफ सफाई कर लेनी चाहिये ताकि घर स्वच्छ हो जाये।
2. प्रसाद के रूप में सेवई और चावल का भोग बना लीजिए। इसके बाद लकड़ी के पटे पर लाल या फिर पीला रंग का साफ और कोरा कपड़ा बिछा लीजिए।
3. कपड़े के ऊपर नाग देवता की प्रतिमा रखे।
4. इसके बाद प्रतिमा पर जल, फूल, फल और चंदन लगाएं। अब आप प्रतिमा को दूध, दही, घी, शहद और पंचामृत से स्नान कराएं और आरती करें।
5. इसके बाद लड्डू और खीर का भोग चढ़ाए।
6. मान्यता है कि ऐसा करने से आपके घर की बुरी शक्तियों से रक्षा होती है।
नाग पंचमी के पूजा के मंत्र
-ऊँ कुरुकुल्ये हुं फट स्वाहा”
–सर्वे नागा: प्रीयन्तां मे ये केचित् पृथिवीतले।
ये च हेलिमरीचिस्था येन्तरे दिवि संस्थिता।।
–ये नदीषु महानागा ये सरस्वतिगामिन:।
ये च वापीतडागेषु तेषु सर्वेषु वै नम:।।
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