आज़ाद पट्टन परियोजना झेलम की पांच जलविद्युत योजनाओं में से एक है, अन्य चार हैं- महाल, कोहाला, चकोथी हटियन और करोट परियोजनाएँ। CPEC ढांचे के तहत आज़ाद पट्टन, कोहाला और करोट को विकसित किया जा रहा है। यह 90-मीटर ऊंचे बांध और 3.8 वर्ग किमी जलाशय के साथ एक रन-ऑफ-द-नदी योजना है। इसे ‘बिल्ड, ओन, ऑपरेट, ट्रांसफर (BOOT) मॉडल पर विकसित किया जाएगा। इसके 2024 तक चालू होने की उम्मीद है। इस परियोजना को 30 साल बाद पाकिस्तान सरकार को हस्तांतरित कर दिया जाएगा।
