आज प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ल्ड युथ स्किल डे के अवसर पर युवाओ को सम्बोधित किया। उन्होंने कहा की आज का दिन देश के 21वी सदी के युवाओं के लिए समर्पित है। आज देश के युवाओं की सबसे बड़ी ताकत स्किल यानी कला है। आज के युवा जैसे जैसे नयी स्किल्स अपना रहे है, वैसे ही सबका दुनिया को देखने का नज़रिया बदल रहा है।
कई लोग आज कल बस यही पूछते है की हम कोरोना के इस काल में सबसे आगे और सबसे अलग कैसे बने। इसका सबसे सही उत्तर होगा की आप अपनी स्किल बढ़ाये। देश में युवाओं के बीच मुकाबला इतना बढ़ गया है की आपको हमेशा नई स्किल्स सीखते रहन चाहिए। नरेंद्र मोदी ने युवाओं को सम्बोधित करते हुए यह भी कहा की हम में हमेशा कुछ नया सिखने की ललक होनी चाहिए। जिस दिन ये ललक चली गयी उस दिन हमारा जीवन ठहर जाएगा।
नरेंद्र मोदी ने यह भी कहा की हमे लगातार अपने स्किल में बदलाव करने की ज़रूरत है ,हमसे समय अभी यही मांग रहा है। मेरे कुछ ऐसे करीबी है जो इतने पढ़े लिखे नहीं है लेकिन उनकी लिखावट बहुत ही ज़्यादा अच्छी थी। जैसे वक्त बीतता गया उन लोगो ने अपनी लिखावट को और सुधारा। इसके बाद अब लोग उन्हें काम देते है।
हर किसी में एक ऐसी क्षमता होती है जो उसे दूसरो से अलग बनाती है।
उन्होंने एक कहानी बताई – “एक समय मैं एक संस्था में काम करता था। हम किसी काम से जीप में जा रहे थे की बीच रास्ते में जीप खराब हो गयी। हम सभी में मिलकर धक्का लगाया लेकिन कुछ नहीं हुआ। इसके बाद एक मेकैनिक को बुलाया और उसने 2 मिनट में ठीक कर दिया।
ठीक करने के बाद उसने 20 रूपए मांगे। जब हमने उससे इतने ज़्यादा पैसा लेने कारण पूछ तो उसने बताया की “मैँ आपसे इस 20 मिनट के कार्य का पैसा नहीं मांग रहा हूँ, यह 20 साल से काम करके जो अनुभव जुटाया है उसका पैसा मांग रहा हूँ। “
उन्होंने स्किल इंडिया मिशन का भी ज़िक्र किया। उन्होंने खा की सरकार को यह स्कीम चलाते हुए पूरे 5 साल हो गए है।
