भारत के राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविंद जी ने बौद्ध पर्व आषाढ़ पूर्णिमा, जिसे धर्म चक्र दिवस के रूप मे मनाया जाता है, उसका उद्घाटन किया है। आज ही इस पर्व को बौद्ध धर्म के अनुयायी, बुद्ध द्वारा दिए गए सबसे पहले धर्म के सूत्र, धर्म चक्र प्रवर्तन का आविर्भाव मानते हैं।
इस पर्व को राष्ट्रपति भवन में International Buddhist confederation ने आयोजित किया है। इस दौरान कई विशेष व्याख्यान और कार्यक्रम आयोजित किए गए। राष्ट्रपति द्वारा ट्वीट कर बुद्ध के संदेशों को दोबारा याद किया, और दुनिया मे चल रही गंभीर समस्या को लेकर उनके संदेशों से शांति की ओर बढ़ने का मार्ग बताया है।
वहीँ प्रधानमन्त्री श्री नरेंद्र मोदी ने भी पर्व की शुभकामनाएं दीं और बुद्ध की प्रासंगिकता को लेकर चर्चा की साथ ही यह कहा कि उनके मार्ग के द्वारा ही हम आज शांति स्थापित कर सकते हैं।
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