तमिलनाडु के तूतीकोरिन में एक पिता और पुत्र की पुलिस द्वारा दी यातना से मृत्यु हुई। पी जयराज और उनके बेटे बेनिक को पिछले शुक्रवार को तूतिकोरिन में अपने मोबाइल फोन की दुकान को अनुमति के बिना घंटों से खुले रहने के कारण गिरफ्तार किया गया था, चार दिन बाद अस्पताल में उनकी मृत्यु हो गई।
परिजनों ने आरोप लगाया कि पुलिस कर्मियों द्वारा उन्हें सितांकुलम पुलिस स्टेशन में बुरी तरह से पीटा गया था।
दोनों के रिश्तेदारों ने इसमें शामिल पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या के आरोपों की मांग की है । दोनों व्यक्तियों पर आपराधिक धमकी और मौखिक रूप से पुलिस को गाली देने का आरोप लगाया गया था।
इस घटना से तमिलनाडु में अफरातफरी मच गई, जिससे दो उप-निरीक्षकों सहित चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया। राज्य सरकार द्वारा एक निरीक्षक की नियुक्ति की गई है। तूतीकोरिन में बड़े पैमाने पर विरोध हुआ, शुक्रवार को जिलों और तमिलनाडु के अन्य हिस्सों में दुकानें बंद रहीं। पुलिस विभाग को नियंत्रित करने वाले मुख्यमंत्री ईके पलानीस्वामी ने मौतों पर शोक व्यक्त किया, लेकिन कथित यातनाओं पर चुप रहे। उन्होंने मुआवजे के रूप में कुल 20 लाख रुपये और परिवार के लिए नौकरी की घोषणा की है। यह मामला मद्रास उच्च न्यायालय की मदुरै पीठ द्वारा उठाया गया है।
पिता और पुत्र की मृत्यु भी एक प्रमुख राजनीतिक पंक्ति में शामिल हो गई है और कानून प्रवर्तन सुधार के लिए आह्वान शुरू कर दिया है। तमिलनाडु के विपक्षी द्रमुक ने AIADMK सरकार पर निशाना साधा, जिसमें पुलिसकर्मियों पर “कानून को अपने हाथों में लेने” की अनुमति देने का आरोप लगाया और घोषणा की कि इससे दोनों पुरुषों के परिवार को 25 लाख रुपये मिलेंगे।
#JusticeForJayarajandBennicks जैसे कई hashtag इन्टरनेट पर जारी हैं। कई बड़े कलाकारों ने भी इसकी निंदा की है। और दूसरे कलाकारों से इसमे सहयोग कर उन दोनों की हत्या के आरोपियों को सज़ा दिलवाने के लिए आगे आने को कहा है। कई लोगों ने इसे #blacklivesmatter और George Floyd की हत्या से भी जोड़ कर देखा है और पुलिस के द्वारा की बर्बरता का पुरजोर विरोध किया है।
Loading...
More Stories
Delhi High Court : शादी के वादे पर सेक्स हमेशा नहीं होता बलात्कार
2021 में छात्रों के लिए बड़ी राहत,साल में 4 बार होगी JEE Mains की परीक्षा
नागरिकता पाना था अंतिम इच्छा,104 वर्षीय चंद्रधर दास अब नहीं रहे