बीते कई दिनों से कोरोना मरीज़ो की कई वीडियो वायरल हुई है , जिसमे भारत की मेडिकल प्रणाली चरमराते हुए नज़र आती है। इन वायरल वीडियो की अभी तक कोई पुष्टि नहीं हुई है ये कितनी सच है ,लाइव अख़बार इन बातो की कोई पुष्टि नहीं करता है।
हाल ही में मेरठ से आई कुछ वीडियोस ने हड़कंप मचा दिया है जिसमे दो युवक ये बताते हुए नज़र आते है – ” दो मरीज़ो की हमारे सामने मौत हो गई ,वह ऑक्सीजन के लिए तड़पता रहा लेकिन कोई मदत करने सामने नहीं आया। ICU वार्ड के बेड फ़टे हुए है , लोग यहां सही ढंग से मदत नहीं कर रहे “
ये युवक खुद को कोरोना पॉजिटिव बताता है। वही एक उम्र दराज़ व्यक्ति वीडियो में यह बात बताता है की ” हॉस्पिटल में मरीज़ को देखने कोई परिवार का सदस्य आ नहीं सकता और यहां का स्टाफ किसी तरह मदत करने को भी नहीं तैयार है। बीते बीस दिन में कई लोगो की जाने जा चुकी है। लोगो के मुँह से ऑक्सीजन पाइप निकल जाती यही और कोई मदत करने भी नहीं आता है।
इन वीडियो के वायरल होने के बाद प्रशासन ने एक्शन लिया और हस्पतालो की जांच करना शुरू कर दिया है। वही दूसरी और वार्ड प्रभारी ने बताया की यह सब बाते फ़र्ज़ी है और इन लोगो पे एफआईआर दर्ज़ कराई जाएगी। कोरोना वार्ड प्रभारी सुधीर राठी इन वीडियो को फ़र्ज़ी बताते है और युवक ICU जबरदस्ती घुसने का आरोप लगते हुए इन बातो को बेबुनियाद बताया। उन्होंने कहा की यह युवक कोरोना पोसिटिव मरीज़ भी नहीं है। प्रशासन ने करवाई करना शुरू कर दिया है और आने वाले दिनों में इन दोनों वायरल वीडियोस का सच भी सामने आ जायेगा।

