
कोरोना के इस समय में अलग -अलग खबरे सबको चौंका रही है। ऐसी ही एक खबर आ रही है पारले -जी की तरफ से। जी हा आपने सही सुना पारले जी बिस्किट ने अपना 82 साल का रिकॉर्ड तोड़ कर ,इन पिछले तीन महीनो में सबसे ज़्यादा बिक्री की है। पारले – जी के हेड ने बताया की आज तक 1938 से ऐसा नहीं हुआ की इतने कम समय में इतनी बिक्री हुई हो।
दरअसल इसके पीछे की वजह भी थोड़ी अलग है। पैदल निकलने वाले सर्वाधिक श्रमिकों का पारले -जी बिस्किट ही एकमात्र सहारा था। 5 रुपये में आने वाले इस बिस्किट ने लगभग हर पैदल यात्री को सहारा दिया और रास्ते की भूख मिटाई।
लॉकडाउन के चंद दिनों बाद पार्ले – जी ने अपना उत्पादन फिर से शुरू कर दिया था। कंपनी ने अपने सभी कर्मचारियों को सेफ्टी गाइडलाइन के तहत काम सिखाया और अधिकतम बिक्री पर फोकस किया। फैक्ट्री में हर रोज़ 40 करोड़ बिस्किट का किया जाता है उत्पादन।
श्रमिकों को रस्ते में जो मिला महंगा या सस्ता उन्होंने सब अपना और अपने साथियो के पेट भरने के लिए ले लिया। जिसमे पारले जी सबसे सस्ता और ज़्यादा मात्रा वाला बिस्किट उत्पाद है और ऐसी स्तिथि में श्रमिकों ने पारले – जी बिस्किट ही ज़्यादा ख़रीदा।
एक साल में पार्ले जी इतना प्रोडक्शन करता है जितने में पूरी पृथ्वी को 192 बार लपेटा जा सकता है, और अब इस साल लग रहा है यह आकड़ा 300 भी पर कर सकता है। जहा तमाम फैक्ट्रीज बंद पड़ी है वही पारले – जी ने अपने उत्पादन की महत्वता को साबित कर दिया है।
