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सोमवार को हुए इंटरव्यू मे वर्ल्ड बैंक डिरेक्टर डेविड मल्पास ने यह चेतावनी दी कि कोरोना महामारी का असर दुनिया की अर्थव्यवस्था पर एक दशक तक रह सकता है। उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी और लॉकडाउन के कारण आगामी समय मे करीब 7 करोड़ लोग गरीबी का सामना कर सकते है। आने वाले साल दुनिया की अर्थव्यवस्था के लिए बहुत ही कठिन होंगे। सभी देशों को घटती अर्थव्यवस्था का सामना करना पड़ेगा।
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अगले 10 वर्ष दुनिया की अर्थव्यवस्था पर पड़ेंगे भारी |
बीबीसी वर्ल्ड मे इंटरव्यू देते वक्त वर्ल्ड बैंक के डायरेक्टर ने बताया कि अगले 10 साल में कई करोड़ लोग बेरोजगारी की चपेट में आ सकते है। अब तक दुनिया भर में कई करोड़ लोगों की नौकरियां चली गयी है और कई लोग बेसहारा हो गए है। डेविड मल्पास ने यह भी बताया कि लोगों की दिनभर की कमाई 100 रुपये से भी नीचे गिर सकती है। कई लोग गरीबी रेखा के नीचे आ जाएंगे।
कैसे होंगे भारत के हाल?
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2020 मे 7% से 20% हुआ बेरोज़गारी का दर |
जिस प्रकार से कोरोना महामारी के कारण बड़े और अच्छे अर्थव्यवस्था वाले देश भी डगमगा रहे है, ऐसे मे भारत की हालत आगे चलकर और खराब होने की आशंका है। 2020 मे निकली रिपोर्ट से पता चलता है कि बाकी वर्षो के मुकाबले इस वर्ष दोगुनी बेरोज़गारी है। सेन्टर फ़ॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकॉनमी की रिपोर्ट मे बताया गया कि 2020 मे बेरोज़गारी 7% से बढ़कर 20% होगयी है, यानी देश मे करीब 10 करोड़ लोग अपनी नौकरी से हाथ धो बैठे है। जो लोग गरीबी रेखा से ऊपर चले गए थे वे लोग भी इसकी चपेट मे आ सकते है।