श्रमिकों को उनके गाँवो और शहरों तक पहुँचाने का सरकार का प्रयास जारी है।
अब तक 4286 श्रमिक ट्रेने चलायी गयी है।
58 लाख से ज़्यादा श्रमिक अपने घर सुरक्षित पहुँचाए जा चुके हैं।
इस तरह श्रमिक एक्सप्रेसो का सफर जारी है।
रेलवे ने कहा है कि,
“उम्मीद है अगले हफ्ते भर में सभी श्रमिकों को उनके घर पहुँचा दिया जाएगा।”
वहीं रेलवे कोविड-19 के खिलाफ जंग में भी सहयोग कर रहा है।
अब तक 5000 स्लीपर कोच को कोविड कोच में बदला गया है।
जिसमे 80,000 से ज़्यादा बेड है।
रेलवे ने कहा है कि इसका मुख्य उद्देश्य यह है कि,
“अगर कभी दूर दराज़ के क्षेत्र में कही ज़रवत पड़े और हॉस्पिटल बेड की कमी हो तो हम मदद कर पाए।”